महाराष्ट्र के नांदेड़ में एक अद्वितीय उदाहरण पेश करते हुए वैभव ने साहस के साथ अपने जीवन की चुनौतियों का सामना किया। दुर्घटना में अपने दोनों हाथ गंवाने के बावजूद, उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और पैरों से लिखकर अपनी पढ़ाई जारी रखी। उनके अथक प्रयास और दृढ़ संकल्प ने उन्हें महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग (MPSC) की परीक्षा में सफलता दिलाई, जिसके बाद उन्हें राजस्व सहायक नियुक्त किया गया। वैभव की कहानी न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि यह साबित करती है कि कोई भी बाधा मानव इच्छा शक्ति पर हावी नहीं हो सकती। उनकी इस उपलब्धि पर नांदेड़ जिले के लोग गर्व महसूस कर रहे हैं और उनकी कहानी हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है जो जीवन में कठिनाइयों का सामना कर रहा है।
हाल ही में यूरोपीय देशों द्वारा फिलिस्तीन को मान्यता देने के फैसले से मध्य पूर्व…
हाल ही में कलकत्ता उच्च न्यायालय ने अपने एक महत्वपूर्ण फैसले में कहा है कि…
प्राचीन विश्व की सभी प्रमुख सभ्यताओं की मूर्तिकलाओं में सांपों का विशेष महत्व रहा है।…
महाभारत और भगवद् गीता में माता देवकी ने भगवान कृष्ण के अव्यक्त रूप का विशेष…
भारतीय नर्स निमिषा प्रिया, जो बिजनेस पार्टनर की हत्या के आरोप में 2017 से यमन…
MG कंपनी ने अपनी नई इलेक्ट्रिक एसयूवी MG M9 को एकल वेरिएंट में लॉन्च किया…