महाराष्ट्र के नांदेड़ में एक अद्वितीय उदाहरण पेश करते हुए वैभव ने साहस के साथ अपने जीवन की चुनौतियों का सामना किया। दुर्घटना में अपने दोनों हाथ गंवाने के बावजूद, उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और पैरों से लिखकर अपनी पढ़ाई जारी रखी। उनके अथक प्रयास और दृढ़ संकल्प ने उन्हें महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग (MPSC) की परीक्षा में सफलता दिलाई, जिसके बाद उन्हें राजस्व सहायक नियुक्त किया गया। वैभव की कहानी न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि यह साबित करती है कि कोई भी बाधा मानव इच्छा शक्ति पर हावी नहीं हो सकती। उनकी इस उपलब्धि पर नांदेड़ जिले के लोग गर्व महसूस कर रहे हैं और उनकी कहानी हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है जो जीवन में कठिनाइयों का सामना कर रहा है।
