शिकागो विश्वविद्यालय की AQLI 2025 रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली की हवा में PM2.5 प्रदूषण किसी भी WHO मानक से 22 गुना ज्यादा है। इस प्रदूषण के कारण दिल्लीवासियों की जिंदगी में औसतन 8.2 साल की कमी आ रही है। रिपोर्ट में दिल्ली को दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर घोषित किया गया है। वाहनों, उद्योगों और पराली जलाने से यह प्रदूषण बढ़ रहा है। स्थिति को सुधारने के लिए इलेक्ट्रिक वाहन, पराली प्रबंधन, और हरियाली बढ़ाना आवश्यक है। विशेषज्ञ इस बात पर जोर दे रहे हैं कि अगर तत्काल कदम नहीं उठाए गए, तो भविष्य में स्थिति और विकट हो सकती है।
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