पिछले हफ्ते से दिल्ली के पास झज्जर और रोहतक क्षेत्रों में 4.5 तक की तीव्रता वाले हल्के भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं। वैज्ञानिक इसे टेक्टोनिक प्लेटों के तनाव छोड़ने के संकेत मान रहे हैं, जिससे इन क्षेत्रों में छोटे भूकंप आ रहे हैं।
विशेषज्ञों ने कहा है कि ये झटके बड़े खतरे का संकेत नहीं दे रहे हैं, परंतु सावधानी रखना आवश्यक है। सरकार और स्थानीय प्रशासन स्थिति पर निगरानी रख रहे हैं और वैज्ञानिकों की टीम इस पर गहराई से अध्ययन कर रही है।
इस संदर्भ में जनता को सलाह दी जाती है कि वे अफवाहों से बचें और तैयार रहें। इसके अलावा, आपातकालीन स्थिति में सुरक्षित स्थानों की ओर जाने की योजना बनाना भी महत्वपूर्ण है।
बेहतर नींद के लिए डॉक्टर वॉकर के 6 नायाब तरीकेबहुत से लोग रात भर बिस्तर…
टेस्ला ने 15 जुलाई को बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC), मुंबई में अपना पहला शोरूम खोला था,…
चीन में विक्ट्री डे: किम जोंग उन की चर्चाचीन में हुए विक्ट्री डे समारोह में…
पचास के दशक में अमेरिकी राजनीति में चीन के साथ संबंधों की दिशा को लेकर…
हिमालय में आपदाओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। 2025 में मॉनसून…
चीन की विक्ट्री डे परेड में जब उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग अपनी खास ट्रेन…