बिहार के बक्सर के कुख्यात डॉन चंदन मिश्रा को पटना के पारस हॉस्पिटल में गोलियों से भून दिया गया। यह हमला सुनियोजित था, जिसमें छह शूटर शामिल थे। इनमें से एक तौसीफ बादशाह सबसे पहले कमरे में घुसा और सबसे आखिरी में बाहर निकला। घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी और पुलिस सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं। अस्पताल के भीतर इस तरह की घटना ने सुरक्षा उपायों को पुनः जांचने की आवश्यकता को उजागर किया है।
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