हिमालय में आपदाओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। 2025 में मॉनसून ने उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में भारी तबाही मचाई। भूस्खलन, फ्लैश फ्लड और बादल फटने जैसी घटनाओं के चलते 632 लोगों ने अपनी जान गंवाई। ऊंचाई वाले इलाकों में अधिक होती बारिश ग्लेशियरों का मलबा बहाकर ला रही है, जो बाढ़ का कारण बन रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि फ्लैश फ्लड के रास्तों की प्रभावी पहचान और पर्यावरण-अनुकूल विकास की नीतियों पर ज़ोर दिया जाना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी आपदाओं से बचा जा सके।
बेहतर नींद के लिए डॉक्टर वॉकर के 6 नायाब तरीकेबहुत से लोग रात भर बिस्तर…
टेस्ला ने 15 जुलाई को बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC), मुंबई में अपना पहला शोरूम खोला था,…
चीन में विक्ट्री डे: किम जोंग उन की चर्चाचीन में हुए विक्ट्री डे समारोह में…
पचास के दशक में अमेरिकी राजनीति में चीन के साथ संबंधों की दिशा को लेकर…
चीन की विक्ट्री डे परेड में जब उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग अपनी खास ट्रेन…
मुंबई के अंडरवर्ल्ड डॉन अरुण गवली का नाम देश के खतरनाक माफिया में आता है।…