राज्यसभा के उपसभापति और देश के चर्चित संपादक हरिवंश ने हिंदी साहित्य के अनन्य लेखक और साहित्यकार आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी को सांस्कृतिक चेतना का अग्रदूत बताया है। हरिवंश ने अपने वक्तव्य में कहा कि आचार्य द्विवेदी का साहित्य साधारण जनजीवन के समस्त पहलुओं का खूबसूरती से प्रतिनिधित्व करता है।
उन्होंने यह भी जोड़ा कि आचार्य जी ने साहित्य के माध्यम से संपूर्ण मानवजाति को सौंदर्य और जीवन के गहरे अनुभवों की अभिव्यक्ति दी है। उनकी रचनाएं आज भी सांस्कृतिक चेतना को जाग्रत करने का माध्यम बनी हुई हैं।